
रायगढ़, घरघोड़ा 4 अक्टूबर 2025। धरमजयगढ़ एसडीओपी सिद्धांत तिवारी के सुपरविजन एवं थाना प्रभारी कुमार गौरव के नेतृत्व में घरघोड़ा पुलिस ने रायकेरा गांव में हुए सनसनीखेज दोहरे हत्याकांड का खुलासा महज़ 24 घंटे के भीतर करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की है।
मामला ग्राम रायकेरा का है, जहाँ दिनांक 3 अक्टूबर 2025 को ग्राम कोटवार सकिर्तन राठिया ने पुलिस को सूचना दी कि घुराउ राम सिदार (55 वर्ष) एवं उनकी सास सुखमेत सिदार (70 वर्ष) के शव उनके घर की परछी में पड़े हुए हैं। दोनों की गला घोंटकर हत्या की गई थी।
सूचना पर तत्काल एसडीओपी धरमजयगढ़, घरघोड़ा पुलिस एवं एफएसएल टीम मौके पर पहुंची। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में दोनों की मृत्यु गला दबाने एवं मारपीट के कारण होना पाया गया। पुलिस ने तत्काल अज्ञात आरोपियों के विरुद्ध अपराध क्रमांक 265/2025, धारा 103(1) बी.एन.एस. के तहत मामला दर्ज कर जांच प्रारंभ की।
जांच के दौरान मृतक के बेटे रविशंकर सिदार (26) एवं रामप्रसाद सिदार उर्फ गरिहा (83) निवासी रायकेरा मांझापारा पर संदेह गहराया। पूछताछ में दोनों ने अपराध स्वीकार किया।
दोनों ने बताया कि मृतक परिवार में एनटीपीसी मुआवजा राशि के बंटवारे को लेकर लंबे समय से विवाद चल रहा था। इसी रंजिश के चलते रामप्रसाद सिदार के उकसावे पर रविशंकर सिदार ने अपने पिता घुराउ राम सिदार की 2 अक्टूबर की शाम रस्सी से गला घोंटकर हत्या कर दी, और जब सुखमेत सिदार ने विरोध किया तो उसकी भी गला दबाकर हत्या कर दी गई।

आरोपियों की निशानदेही पर पुलिस ने घटना में प्रयुक्त रस्सी बरामद कर ली है। दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेजा गया है।
इस जटिल व अंधे कत्ल की गुत्थी को सुलझाने में पुलिस अधीक्षक दिब्यांग पटेल एवं एसडीओपी धरमजयगढ़ सिद्धांत तिवारी के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी निरीक्षक कुमार गौरव व उनकी टीम — एएसआई खेमराज पटेल, रामसजीवन वर्मा, प्रधान आरक्षक पारस मणि बेहरा, हरीश पटेल, चंद्रशेखर चंद्राकर, आर. प्रदीप तिग्गा तथा कालिया गुप्ता की त्वरित कार्रवाई व सूझबूझपूर्ण विवेचना की महत्वपूर्ण भूमिका रही।
पुलिस अधीक्षक रायगढ़ ने टीम को इस उत्कृष्ट कार्य हेतु प्रशंसा की है।