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मंत्री जी ने कहा था सड़कों से बदलेगी तस्वीर, रायगढ़ की सड़कें छह महीने में ही उखड़ गईं

करोड़ों खर्च, फिर भी रायगढ़ की सड़कें 6 महीने में टूटी

बोईरदादर से ढीमरापुर तक गड्ढों का साम्राज्य, निगम की पोल खुली

पहली ही बरसात में बह गई डामर की परतें, भ्रष्टाचार पर उठे सवाल

रायगढ़ की सड़कों पर करोड़ों का खेल, जनता बोली – ये लापरवाही नहीं, भ्रष्टाचार है

रायगढ़, 4 सितंबर 2025। करोड़ों रुपये खर्च कर शहर की सड़कों को चमकाने का दावा किया गया था, लेकिन हकीकत यह है कि बरसात शुरू होने से पहले ही डामर की परतें उखड़ गईं और सड़कें फिर पुराने हाल में लौट आईं। नगर पालिका निगम रायगढ़ क्षेत्र की 27 सड़कों पर निर्माण और मरम्मत का काम हुआ, लेकिन गुणवत्ता की पोल छह महीने में ही खुल गई।

शहर के बोईरदादर रोड, शालिनी स्कूल मार्ग, ढीमरापुर रोड, जुटमिल रोड और टीवी टॉवर रोड की हालत सबसे खराब है। कुछ महीने पहले डामरीकरण हुआ था, लेकिन अब बड़े-बड़े गड्ढे फिर से सिर उठाने लगे हैं।

जनता और विपक्ष का आरोप – भारी अनियमितता

नेता प्रतिपक्ष सलीम नियारिया ने कहा कि जहां डामरीकरण की सबसे ज्यादा जरूरत थी, वहां काम अधूरा छोड़ा गया और जिन जगहों पर प्राथमिकता नहीं थी, वहां पैसा बहाया गया।
स्थानीय लोगों का कहना है कि वित्त मंत्री और प्रशासन की निगरानी में हुए इस काम की जिम्मेदारी तय होना चाहिए। सवाल यह है कि अगर निगरानी कमजोर रही तो यह लापरवाही है, और अगर सब कुछ जानते हुए भी ऐसा हुआ तो यह भ्रष्टाचार का मामला है।

पहली ही बरसात में फेल “जीरो मिस्ट्री” तकनीक

कबीर चौक से कांशीराम चौक तक की सड़क पर सैकड़ों गड्ढे हैं। यहां जीरो मिस्ट्री तकनीक से मरम्मत की गई थी, लेकिन पहली ही बारिश में डामर बह गया।
इसी तरह विजयपुर चौक से इंदिरा विहार मार्ग, जेल कॉम्पलेक्स से अंबेडकर चौक और मालधक्का से स्टेशन मार्ग तक की सड़कें भी टूट-फूट गई हैं। कोष्टापारा से शहीद चौक मार्ग पर तो 20 फीट लंबा गड्ढा बन गया है, जिसे लोग खुद मलबा डालकर भर रहे हैं।

जनता का सवाल – करोड़ों खर्च हुए, टिकाऊ सड़कें क्यों नहीं?

लोगों का कहना है कि सड़क निर्माण केवल दिखावा साबित हुआ। जिम्मेदार अधिकारी और ठेकेदार एक-दूसरे पर ठीकरा फोड़ते रहे, लेकिन अब तक मरम्मत शुरू नहीं हुई।
जनता का सबसे बड़ा सवाल यही है – करोड़ों रुपये खर्च होने के बावजूद रायगढ़ की सड़कें टिकाऊ क्यों नहीं बनीं? क्या ठेकेदारों की मनमानी और अधिकारियों की चुप्पी इसके पीछे कारण है?

बाल विवाह अपराध है, बच्चों के लिए अभिशाप है।

Jane Kurre

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