
रायगढ़, 23 जुलाई 2025। रायगढ़ के प्रसिद्ध श्री श्याम मंदिर में हुई 27 लाख रुपये की बड़ी चोरी का पर्दाफाश करते हुए रायगढ़ पुलिस ने न केवल शत-प्रतिशत चोरी गई संपत्ति बरामद कर ली है, बल्कि 6 आरोपियों को गिरफ्तार कर एक सुनियोजित अपराध की परत-दर-परत सच्चाई सामने ला दी है। इस सफल ऑपरेशन में रायगढ़ पुलिस के साथ बिलासपुर रेंज की मुंगेली और बिलासपुर पुलिस की विशेष टीमों का भी भरपूर सहयोग रहा।
9 दिन – 1 मिशन, सीमाओं को पार करता पुलिसिया जज़्बा-
13-14 जुलाई की रात, अज्ञात चोरों ने श्री श्याम मंदिर के मुख्य द्वार और गर्भगृह के ताले तोड़कर सोने का मुकुट, कुण्डल, गलपटिया, छत्तर और दानपेटी से नकदी सहित कुल 27 लाख रुपये की संपत्ति चुरा ली थी। मामले की रिपोर्ट मंदिर मंडल अध्यक्ष श्री बजरंगलाल अग्रवाल ने थाना कोतवाली में दर्ज कराई थी।
घटना को गंभीरता से लेते हुए पुलिस अधीक्षक श्री दिव्यांग पटेल के निर्देशन में तत्काल 5 थाना प्रभारियों की विशेष टीम गठित की गई। एडिशनल एसपी श्री आकाश मरकाम व सीएसपी श्री अनिल विश्वकर्मा के नेतृत्व में इस टीम ने 100 से अधिक सीसीटीवी फुटेज, 1.25 लाख मोबाइल नंबर की जाँच और साइबर व फोरेंसिक विश्लेषण के ज़रिये इस जघन्य अपराध की कड़ियाँ जोड़नी शुरू की।
मुख्य आरोपी पैदल भागा, बॉर्डर तक पहुंची पुलिस-
सीसीटीवी, साइबर ट्रेसिंग और स्थानीय मुखबिरों की सूचना से मुख्य आरोपी सारथी यादव की पहचान हुई, जो वारदात के बाद पैदल ही रेलवे ट्रैक के रास्ते भाग निकला था। पुलिस ने ओडिशा बॉर्डर तक पहुंचकर सारथी यादव को दबोच लिया, जिसने पूछताछ में पत्नी, दोस्तों और ओडिशा के साथियों के साथ मिलकर चोरी की साजिश रचने की बात कबूल की।

आरोपियों ने माल को छिपाया और बेचने की योजना बनाई-
सारथी ने अपनी पत्नी नवादाई, गांव के मानस और उपेन्द्र भोय, और ओडिशा के विजय उर्फ विज्जु प्रधान और दिव्य प्रधान के साथ चोरी का माल बांटा और छिपाया। गिरफ्तारी के बाद सभी आरोपियों के मेमोरेंडम पर पुलिस ने:
सोने का मुकुट, हार, कुण्डल
4 नग छत्तर
₹10,000 नकद
घटना में प्रयुक्त लोहे का रॉड
मोटरसाइकिल
संतरा रंग की टी-शर्ट
जप्त कर कुल 26.80 लाख रुपये की संपत्ति बरामद की।
धार्मिक आस्था पर हमला – सख्त धाराएं और कड़ा संदेश
चूंकि घटना धार्मिक स्थल से जुड़ी है, पुलिस ने धारा 238, 299, 111, 3(5) BNS के तहत संगठित अपराध और धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के गंभीर प्रावधान जोड़े हैं।

जिन्होंने लौटाई आस्था की गरिमा – सम्मान और प्रशंसा:-
इस पूरे खुलासे में रायगढ़, सरिया, बिलासपुर, मुंगेली और ओडिशा की सीमाओं तक फैली पुलिस टीमों की सजगता और सतर्कता की खूब सराहना हुई है। आईजी डॉ. संजीव शुक्ला ने स्वयं रायगढ़ पहुंचकर न केवल घटनास्थल का निरीक्षण किया, बल्कि सफल ऑपरेशन में शामिल सभी पुलिसकर्मियों को प्रशस्ति पत्र से नवाज़ा।
सुरक्षित सुबह” अभियान से जुड़ने की अपील:-
रायगढ़ पुलिस द्वारा चलाए जा रहे सीसीटीवी जागरूकता अभियान “सुरक्षित सुबह” में जिन नागरिकों के कैमरों से अपराधी की पहचान में मदद मिली, उन्हें भी सम्मानित किया गया और बाकी नागरिकों से इस अभियान से जुड़ने की अपील की गई।

गिरफ्तार आरोपी:
1. सारथी यादव (मुख्य आरोपी)
2. नवादाई (पत्नी)
3. मानस भोय
4. उपेन्द्र भोय
5. दिव्य प्रधान (बरगढ़, ओडिशा)
6. विजय उर्फ विज्जु प्रधान (बरगढ़, ओडिशा)
रायगढ़ पुलिस का यह ऑपरेशन न सिर्फ तेज़ और निष्पक्ष कार्रवाई का उदाहरण है, बल्कि यह स्पष्ट संकेत है कि धर्म और आस्था पर चोट करने वाले अपराधी कितनी भी दूर क्यों न भागें – कानून की पकड़ से बच नहीं सकते।